अरà¥à¤¬à¤¨ मिरर संवाददाता
नई दिलà¥à¤²à¥€ 20 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ , कल देर रात लोक सà¤à¤¾ में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ मोदी सरकार काफ़ी लमà¥à¤¬à¥‡ दायरे 325-126 से जीत गयी लेकिन जिस तरह से लोक सà¤à¤¾ में दिन à¤à¤° चरà¥à¤šà¤¾ हà¥à¤ˆ उसको देखकर यह कहा जा सकता है कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे बड़े लोकतंतà¥à¤° को देश को आगे ले जाने के लिठअà¤à¥€ काफ़ी लमà¥à¤¬à¤¾ सफ़र शायद अà¤à¥€ à¤à¥€ तय करना बाक़ी है । सतà¥à¤¤à¤¾ पकà¥à¤· या विपकà¥à¤· दो नो ही के सदसà¥à¤¯ ,à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था कि वह किसी राजà¥à¤¯ की विधान सà¤à¤¾ में बैठकर अपने अपने राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के कृतà¥à¤¯ या कà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर चरà¥à¤šà¤¾ कर रहे हों। अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ को पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करने वाले तेलà¥à¤—ॠदेशम पारà¥à¤Ÿà¥€ के सांसद तो सिरà¥à¤«à¤¼ आनà¥à¤§à¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के साथ हो रहे अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और विशेष राजà¥à¤¯ का दरà¥à¤œà¤¾ ना मिलने के लिठकेनà¥à¤¦à¥à¤° सरकार को कोसते नज़र आठ। घंटे à¤à¤° से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय के दौरान वह केवल यह गणित लगते दिखे कि आनà¥à¤§à¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ को कितनी धनराशि मिलनी थी और कितनी मिल पायी। इसी तरह मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सांसद सिरà¥à¤«à¤¼ मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की सरकार का गà¥à¤£à¤—ान करने में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ दिखे। कांगà¥à¤°à¤¿à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· राहà¥à¤² गांधी के पास कल à¤à¤• सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ मौक़ा था कि वह मोदी सरकार के चार साल की विफलताओं को देश के सामने लाते लेकिन घंटे à¤à¤° से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ का उनका à¤à¤¾à¤·à¤£ सिरà¥à¤«à¤¼ राफ़ेल विमान सौदे में हà¥à¤ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° और सूट बूट की सरकार जैसे आरोपों के इरà¥à¤¦ गिरà¥à¤¦ घूमता रहा। à¤à¤¾à¤·à¤£ के बाद पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ से ज़बरदसà¥à¤¤à¥€ गले लगने की राहà¥à¤² की क़वायद के कà¥à¤¯à¤¾ मायने निकाले जाà¤à¤ , यह तो राहà¥à¤² गांधी ही बता सकते हैं । लेकिन पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने उतà¥à¤¤à¤° में राहà¥à¤² गांधी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गले लगने पर उनकी हà¤à¤¸à¥€ उड़ाना à¤à¥€ दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—पूरà¥à¤£ ही कहा जाठगा । बारह घंटे तक चली बहस में देश की किसी à¤à¥€ मूल à¤à¥‚त समसà¥à¤¯à¤¾ के समाधान में मोदी सरकार की विफलता पर कोई à¤à¥€ विचार पूरà¥à¤£ और सारगरà¥à¤à¤¿à¤¤ चरà¥à¤šà¤¾ का अà¤à¤¾à¤µ साफ़ दिखा जो देश के लिठअचà¥à¤›à¤¾ नहीं कहा जा सकता ।
देश की सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š संसà¥à¤¥à¤¾ संसद के ऊपर ही देश को आगे ले जाने और नागरिकों के सà¥à¤– दà¥à¤ƒà¤– की परवाह करने की ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है इसलिठà¤à¤¸à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾ में होने वाली चरà¥à¤šà¤¾ और ख़ास तौर पर अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ के दौरान होने वाली चरà¥à¤šà¤¾ का सà¥à¤¤à¤° इस बात को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है कि देश के रूप में हम आज की चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना करने के लिठकितने तैयार हैं। इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से कल अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ पर हà¥à¤ˆ बहस निराशाजनक ही कही जाठगी ।
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