विविधता में à¤à¤•à¤¤à¤¾ हमारी राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ विरासत है। यह हमारे संविधान में à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है। हालांकि, राजनीति निरंतर हमला कर रही है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में, इस हमले का सबसे कà¥à¤°à¥‚र अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ शासन को परिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ कर रहा है, या बलà¥à¤•à¤¿ शासन की अनà¥à¤ªà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿, à¤à¤¾à¤°à¤¤ सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सतà¥à¤¤à¤¾ जीतने के लिठकिठगठलंबे चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ वादे के बाद, जिसमें हर घर के लिठपंदà¥à¤°à¤¹ हजार शामिल थे, रोटी, कपाडा, मकान सà¤à¥€ के लिठ-मोदी हर मोरà¥à¤šà¥‡ पर पहà¥à¤‚चने में नाकाम रहे हैं। लोगों को उनके पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° से नहीं लिया जाता है। वे मांग कर रहे हैं उनकी देनदारी। मोदी की सरकार अखे दीन à¤à¤• à¤à¥à¤°à¤® है। इसलिठà¤à¤• ही विà¤à¤¾à¤œà¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤œà¥‡à¤‚डा का सहारा लिया गया है। जातिवाद बढ़ाना, सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ उनकी असफलताओं से सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ हटाने के लिठनिशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रणनीति है।
इसलिठगरीबों, वंचित और पिछड़े वरà¥à¤—ों पर अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को निरंतर जारी रखा जाता है। पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में विशाल दलित बंद इस कोण को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हैं। सोशल à¤à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ड रिसरà¥à¤š इंडिया की à¤à¤• हालिया सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ रिपोरà¥à¤Ÿ ने खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया है कि देश में समसà¥à¤¯à¤¾ कैसे चल रही है, खासकर गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ इलाकों में जहां असà¥à¤ªà¥ƒà¤¶à¥à¤¯à¤¤à¤¾ का खतरा निरंतर जारी रहता है। जाति आधारित राजनीतिक संरचनाओं के साथ-साथ, पà¥à¤°à¤®à¥à¤– दलों ने जातिवाद को अपने निहित हितों की सेवा के लिठजीवित रखने का सहारा लिया है और सामाजिक समानता के लिठउनका नारा सिरà¥à¤« à¤à¤• उपहास साबित हà¥à¤† है। मीडिया अनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ टोकनवाद, à¤à¤• दलित के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨, रात बिताते हà¥à¤ à¤à¤• दलित परिवार में हेडलाइंस बनाते हैं- चाहे बीजेपी के बड़े दल इसे कर रहे हों या राहà¥à¤²- कोई à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ परिवरà¥à¤¤à¤¨ होता है जैसा सांखà¥à¤¯à¤¿à¤•à¥€à¤¯ डेटा à¤à¥€ साबित होता है।